सनातन धर्म में ईश्वर की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है, ईश्वर को मानने वाले लोग अलग-अलग नाम से अपने प्रभु के भजते हैं। भारत में अलग-अलग भगवान के बहुत सारे मंदिर हैं, जहाँ पूरे सालभर भीड़ रहती है।
लेकिन ये सुनकर भी कितना अजीब लगता है की, कुछ ऐसे मंदिर भी हैं जहाँ भगवान की नहीं बल्कि किसी और की पूजा होती है। ये मंदिर भारत में ही हैं, जहाँ महाभारत काल के दुर्योधन और उनके मामा शकुनि का भी मंदिर है।
कोल्लम जिले का शकुनि मंदिर –
कोल्लम जिला भारत के केरल राज्य का एक जिला है, जहाँ शकुनि मंदिर है। यहाँ के लोगों का मानना है की शकुनि के मन में कौरवों के लिए जो त्याग की भावना थी, जिस कारण उन्होंने अपने जीवन के अंत होने तक कौरवों का साथ दिया, वही त्याग की भावना उनको पूजनीय बनाती है।
आपको जानकार आश्चर्य होगा लेकिन, रोज एक बड़ी संख्या में भक्त इस मंदिर में आते हैं और यहाँ काफी भीड़ बनी रहती है।
केरल का दुर्योधन मंदिर –
शकुनि मंदिर के पास में ही कोल्लम जिले में दुर्योधन मंदिर भी है। पूरे देश में इसके अलावा कोई भी दूसरा दुर्योधन मंदिर नहीं है। यह एक ऐसा अनोखा मंदिर है जो, कौरवों में सबसे ज्यादा अहंकारी योद्धा का मंदिर है, लेकिन इस मंदिर को लेकर भी यहाँ के लोगों में काफी आस्था है।
हिमाचल प्रदेश का हिडिंबा मंदिर –
यह मंदिर भी महाभारत काल में हिडिंबा मंदिर बलशाली योद्धा भीम की पत्नी हिडिम्बा देवी को समर्पित है, जिसे हिरमा देवी मंदिर भी कहते हैं। हिमाचल प्रदेश में स्थित यह गुफा-मंदिर बहुत पुराना है, जिसे मनाली आने वाले बहुत सारे टूरिस्ट देखने आते हैं।